स्मार्ट होगी काशी: लगेंगे डिजिटल बिजली मीटर, पाइप लाइन से घर पहुंचेगी LPG:
स्मार्ट होगी काशी: लगेंगे डिजिटल बिजली मीटर, पाइप लाइन से घर पहुंचेगी LPG
वाराणसी. पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र को स्मार्ट बनाने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए यहां मैट्रो शहरों की तर्ज पर घर-घ गैस पाइप लाइन पहुंचेगी। साथ ही 12 लाख उपभोक्ताओं को देखते हुए प्री-पेड रिचार्ज सिस्टम वाले डिजीटल बिजली के मीटर लगाए जाएंगे।
काशी के साथ ही आस-पास के जिलों के उपभोक्ताओं को अब गैस सिलेंडर के लिए लंबी लाइन नहीं लगाना पड़ेगा। मेट्रो शहरों की तर्ज पर यहां भी घर-घर गैस पाइन लाइन पहुंचेगी। इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए मंगलवार को कमिश्नरी में एक बैठक आयोजित की गई। इसमें पहुंचे तेल और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के सचिव सौरभ चंद्रा ने पूरी योजना को जल्द से जल्द शुरु करने का निर्देश दिया।
एमडी ने कहा कि मेट्रो पॉलिटिन शहरों की तर्ज पर लोग अपने बेडरूम में डिस्प्ले के जरिए देख पाएंगे कि उनकी बिजली लोड के हिसाब से कितनी बची है। इस मीटर की मदद से ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा दी जाएगी। कुछ महत्वपूर्ण कॉलोनियों को इस सुविधा की शुरुआत जल्द की जाएगी। शहर में 31 प्रतिशत हो रही बिजली चोरी से आसानी से निपटा जा सकेगा।
200 से 3000 तक का होगा रिचार्ज
डॉ. काजल ने बताया कि विभाग द्वारा जहां भी प्रीपेड मीटर लगाया जाएगा, उसके लिए 200 से 3000 तक की रिचार्ज की सुविधा दी जाएगी। इसका डिजीटल विवरण घर में लगे डिसप्ले पर दिखता रहेगा। इसके साथ ही दो लाख मोबाइल नंबरों का रजिस्ट्रेशन हो चूका है। दस लाख के करीब उपभोक्ताओं का मोबाइल नंबर लिया जा रहा है, जिन्हें एसएमएस के जरिए बकाए पेमेंट की जानकारी दी जाएगी।
सौरभ चंद्रा ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि वाराणसी में 11 हजार करोड़ की लागत से जगदीशपुर-हल्दिया के बीच गैस पाइप लाइन बिछाई जाएगी। इसके लिए इसी महीने सर्वे का कार्य पूरा हो जाएगा। उन्होंने बताया कि बनारस में एक और गैस बॉटलिंग प्लांट शुरू होगा। इसके अलावा घरेलू गैस में अनुदान की डीबीटीएल योजना (पहल) में वाराणसी को मॉडल जनपद के रूप में बनाया जाएगा।
स्मार्ट होगी काशी: लगेंगे डिजिटल बिजली मीटर, पाइप लाइन से घर पहुंचेगी LPG
वाराणसी. पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र को स्मार्ट बनाने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए यहां मैट्रो शहरों की तर्ज पर घर-घ गैस पाइप लाइन पहुंचेगी। साथ ही 12 लाख उपभोक्ताओं को देखते हुए प्री-पेड रिचार्ज सिस्टम वाले डिजीटल बिजली के मीटर लगाए जाएंगे।
काशी के साथ ही आस-पास के जिलों के उपभोक्ताओं को अब गैस सिलेंडर के लिए लंबी लाइन नहीं लगाना पड़ेगा। मेट्रो शहरों की तर्ज पर यहां भी घर-घर गैस पाइन लाइन पहुंचेगी। इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए मंगलवार को कमिश्नरी में एक बैठक आयोजित की गई। इसमें पहुंचे तेल और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के सचिव सौरभ चंद्रा ने पूरी योजना को जल्द से जल्द शुरु करने का निर्देश दिया।
एमडी ने कहा कि मेट्रो पॉलिटिन शहरों की तर्ज पर लोग अपने बेडरूम में डिस्प्ले के जरिए देख पाएंगे कि उनकी बिजली लोड के हिसाब से कितनी बची है। इस मीटर की मदद से ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा दी जाएगी। कुछ महत्वपूर्ण कॉलोनियों को इस सुविधा की शुरुआत जल्द की जाएगी। शहर में 31 प्रतिशत हो रही बिजली चोरी से आसानी से निपटा जा सकेगा।
200 से 3000 तक का होगा रिचार्ज
डॉ. काजल ने बताया कि विभाग द्वारा जहां भी प्रीपेड मीटर लगाया जाएगा, उसके लिए 200 से 3000 तक की रिचार्ज की सुविधा दी जाएगी। इसका डिजीटल विवरण घर में लगे डिसप्ले पर दिखता रहेगा। इसके साथ ही दो लाख मोबाइल नंबरों का रजिस्ट्रेशन हो चूका है। दस लाख के करीब उपभोक्ताओं का मोबाइल नंबर लिया जा रहा है, जिन्हें एसएमएस के जरिए बकाए पेमेंट की जानकारी दी जाएगी।
सौरभ चंद्रा ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि वाराणसी में 11 हजार करोड़ की लागत से जगदीशपुर-हल्दिया के बीच गैस पाइप लाइन बिछाई जाएगी। इसके लिए इसी महीने सर्वे का कार्य पूरा हो जाएगा। उन्होंने बताया कि बनारस में एक और गैस बॉटलिंग प्लांट शुरू होगा। इसके अलावा घरेलू गैस में अनुदान की डीबीटीएल योजना (पहल) में वाराणसी को मॉडल जनपद के रूप में बनाया जाएगा।
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